डायल-100 सेवा द्वारा लॉक डाउन के दौरान प्रदेश भर में पुलिस सहायता

डायल-100 सेवा द्वारा लॉक डाउन के दौरान प्रदेश भर में पुलिस सहायता के अतिरिक्त भोजन पैकेट वितरण किया जा रहा है।
 मध्य प्रदेश पुलिस की डायल -100 सेवा द्वारा जन सेवा के सर्वोत्कृष्ट प्रयास किये जा रहे हैं । वैश्विक आपदा कोविड-19 कोरोना वायरस संक्रमण के समय देश भर में लॉक डाउन के कारण कई परिवारों को भोजन मिलने में कठिनाइयों का सामना करना पड़ रहा है ऐसे समय में प्रदेश भर में तत्काल पुलिस सहायता उपलब्ध कराने के साथ-साथ स्थानीय प्रशासन की मदद से भोजन के पैकेट जरूरतमंदों को वितरित किया जा रहे हैं एवं राशन उपलब्ध कराया जा रहा है तथा सोशल डिस्टेन्सिंग का पालन करने हेतु प्रेरित किया जा रहा है ।


पुलिस की रेडियो शाखा के पुलिसकर्मियों द्वारा भोपाल में ड्यूटी पर तैनात पुलिस स्टाफ को तैनाती स्थल पर जाकर चाय, बिस्किट एवं गर्म पानी बाँटे।
 भोपाल में पुलिस की रेडियो शाखा के पुलिसकर्मियों द्वारा स्वंय के सहयोग से भोपाल में विभिन्न स्थानों पर ड्यूटी पर तैनात पुलिसकर्मियों को तैनाती स्थान पर जाकर चाय, बिस्किट तथा गर्म पानी वितरित किया ।


          ज्ञातव्य है कि वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक (रेडियो) साकेत प्रकाश पाण्डेय की प्रेरणा एवं पुलिस अधीक्षक डायल-100 श्रीमति बीना सिंह के विशेष सहयोग से रेडियो शाखा के पुलिसकर्मियों द्वारा भोजन के पैकेट तैयार कर प्रतिदिन जे.पी.अस्पताल के मेडीकल स्टाफ को एवं विभिन्न स्थानों पर जाकर जरूरतमंदों को वितरित किया जा रहै हैं | साथ-साथ भोपाल में विभिन्न स्थानों पर जाकर सोशल डिस्टेन्सिंग का पालन करने हेतु प्रेरित किया जा रहा है एवं गाना गाकर उनका हौंसला बढ़ाया जा रहा है । 
डायल -100 सेवा द्वारा प्रदेश भर में 174 स्थानों पर जाकर जरूरतमंद परिवारों को बाँटे खाने के पैकेट
             डायल -100 सेवा द्वारा राशन खत्म होने की सूचना पर तत्काल खाने के पैकेट एवं राशन की व्यवस्था स्थानीय प्रशासन की मदद से की जाती है | आज दिनाँक 16 अप्रैल 2020 को डायल 100 सेवा द्वारा प्रदेश में 174 स्थानों पर जाकर जरूरतमंद परिवारों को खाने के पैकेट वितरित किये तथा संबन्धित विभाग से राशन की व्यवस्था की गई |


(1)
रीवा में उत्तरप्रदेश से आई एक महिला के घर मे राशन न होने की सूचना पर डायल -100 एफ़.आर.व्ही.स्टाफ द्वारा खाना दिया एवं राशन उपलब्ध कराया गया।
इस प्रकार के अनेक उदाहरण हैं जिसमें मदद किया गया।


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