मप्र पुलिस के सुशासन बाबू दिनेश कुमार कौशल की कहानी

*मप्र पुलिस के सुशासन बाबू दिनेश कुमार कौशल की कहानी....*
पुलिस का नाम जैसे ही हमारे कानों में सुनाई पड़ता है , वैसे ही हमारे कान चौकन्ने हो जाते हैं । इसकी वजह कई है , एक तो पुलिस का लेन-देन उन्हीं लोगों से ज्यादा होता है , जो किसी-न-किसी रूप मे संविधान के दायरों का उल्लंघन करते हैं , या फिर वह किसी अपराध में संलग्न होते हैं । दूसरा पुलिस का नाम सुनते ही कान इसलिए भी खड़े हो जाते हैं क्योंकि पुलिस हर एक व्यक्ति की रक्षा के लिए तत्पर रहती है इसलिए पुलिस का नाम सुनते ही लोग राहत की सांस लेते हैं । इन दोनों परिस्थितियों को अगर किसी ने सबसे अच्छे तरीके से परिभाषित किया है , तो वह है  भोपाल जोन - 4 के अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक दिनेश कुमार कौशल । इन्हें मध्य प्रदेश पुलिस विभाग में 'बॉलीवुड' फिल्म 'दबंग' के मुख्यपात्र 'चुलबुल पांडेय' की संज्ञा दी जाती है क्योंकि दिनेश कुमार कौशल का कार्य करने का तरीका 'दबंग' फिल्म के अभिनेता 'सलमान खान' से मिलता-जुलता है । जिस तरह से फिल्म में चुलबुल पांडेय आरोपियों के यमराज होते हैं , उसी तरह से हकीकत की दुनिया में दिनेश कुमार अपराधियों के लिए यमराज है । वह अभी तक जहां - जहां कार्यरत रहे हैं , वहां न केवल अपराधों की संख्या में बड़े स्तर पर कमी देखी गई है , बल्कि अपराधी उनके कार्यक्षेत्र के इलाके को छोड़ने के लिए बेबस हुए । इससे पहले उन्होंने भारतीय डाक विभाग में तृतीय श्रेणी की नौकरी की । 
 दिनेश कुमार ने सन - 1998 में बतौर डीएसपी (उपपुलिस अधीक्षक) पद पर अपनी शासकीय सेवाएं देना प्रारंभ की थी । इसी दौरान उन्होंने मध्य प्रदेश के कई अलग-अलग जिलों में अपनी सेवाएं दी । वह हाल में भोपाल जोन -4 के अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक पद पर सेवाएं दे रहे हैं । दिनेश कुमार बुंदेलखंड के छतरपुर शहर के रहने वाले बीडी सोनी और गायत्री सोनी के पुत्र हैं । उनकी प्रारंभिक शिक्षा छतरपुर शहर के शासकीय उत्कृष्ट विद्यालय क्रमांक -1 से संपन्न हुई है । उन्होंने छतरपुर शहर के शासकीय महाराजा महाविद्यालय से बी.एससी. और एम.ए. की डिग्री हासिल की । इसके बाद उन्होंने पंडित मोतीलाल नेहरू महाविद्यालय से एल.एल.बी. की । तत्पश्चात पीएच.डी. की डिग्री हासिल की । इस बीच दिनेश कुमार ने प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी जारी रखी । प्रतियोगी परीक्षाओं को केंद्रित करते हुए इंदौर और इलाहाबाद का रुख किया , गुणवत्तापूर्ण उच्च शिक्षा पाने के लिए । उनका मानना है कि व्यक्ति भले ही कम शिक्षा प्राप्त करें , परंतु उपयोगी व सही शिक्षा हासिल करें । वह अपनी सफलता का राज बताते हुए कहते हैं कि परिवार , शिक्षकों और दोस्तों ने हमेशा सहयोग और आत्मविश्वास बनाए रखा ।
 दिनेश कुमार कौशल को उनके देशहित में किए गए कार्यों के लिए कई पुरस्कार प्रदान किए गए , 
जिनमे सर्वाधिक महत्वपूर्ण पुरुष्कार-
१-महामहिम राष्ट्रपति जी का वीरता का पुलिस पदक , डकैतों के इनकाउंटर करने में 
२- आतंकवादी निरोधक दस्ता में रहते हुए कई ख़ूँख़ार आतंकवादियों को गिरिफतार किया जाने पर - माननीय मुख्यमंत्री की द्वारा पिस्टल रिवार्ड 
३- सागर में मुठभेड़ में २५००० रु का इनामी पकड़ने पर - एक रायफल रिवार्ड
४-साम्प्रदायिक दंगों व कानून व्यवस्था की गंभीर परिस्थितियों के नियंत्रण मे  उल्लेखनीय सफलता के फलस्वरूप के.एफ. रुस्तमजी पुरुस्कार परम विशिष्ट श्रेणी ,एक पिस्टल,प्रशस्तिपत्र प्रदान किया गया ।  
इसके अलावा राजधानी भोपाल में अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक के रूप में पिछले वर्षों में कई महत्वपूर्ण सफलताए अर्जित  की -जिनमे प्रमुख हे-



 १-दिनांक  12.07.2018 को फारच्यून डिवाईन सिटी की पांचवी मंजिल के फ्लैट में
निवासरत विभा श्रीवास्तव को आरोपी रोहित सिंह द्वारा बंधक बनाया गया था, जिसको अथक प्रयास से आरोपी से मुक्त कराने के सराहनीय कार्य
२-दिनांक 28.11.2018 को म.प्र. विधानसभा चुनाव संबंधी तैयारी एवं मतदान शांतिपूर्वक
संपन्न कराने  के सराहनीय कार्य
 ३-सीसीटीएनएस से संबंधित  कार्य के पर्यवेक्षण मानीटरिंग कर समस्त आईआईएफ फार्म
सी.सी.टी.एन.एस. में भरवाये जाने के सराहनीय कार्य हेतु ।  


४-दिनांक 21, 22.02.2019 की मध्यरात्रि में वाहन चैकिंग के दौरान थाना ईंटखेड़ी में अवैध ले जा रही कुल 180 पेटी देशी शराब मय वाहन के जप्त करने के सराहनीय कार्य हेतु। 


 


५-विजयादशमी, श्री दुर्गा चल समारोह  एवं विसर्जन-में सफलतापूर्वक सजगता व सतर्कता से निर्विघ्न संपन्न कराने हेतु । 


६- धारा 25 पुलिस एक्ट में लंबित
जप्तशुदा वाहनों का लोक निर्माण विभाग के अधिकारियों से समन्वय स्थापित कर भोपाल जिले के 814वाहनों का मूल्यांकन पूर्ण कराने व उनकी नीलामी कराई जाकर लगभग 2200000/- रुपये राजस्व जमा कराये जाने के सराहनीय कार्य हेतु।


 ७-थाना बैरसिया के अप. क्र. 480/19 धारा 34 (2) आबकारी एक्ट में पुलिस अभिरक्षा
से फरार आरोपी को उसी दिन पकड़कर गिरफ्तार कर न्यायालय में पेश करने के सराहनीय कार्य
हेतु।


८-थाना निशातपुरा के अपराध क्र. 666/19 धारा 379 भादवि एवं धारा 41 (1-4) जाफौ. में 28 दो पहिया वाहन जप्त करने के सराहनीय कार्य
१०-थाना बैरसिया के अपराध क्र. 406/19 धारा 365 भादवि इजाफा धारा 302, 34 के
आरोपीगणों को  टीम गठित कर गिरफ्तार करने एवं उनसे बुलेरो क्र. एमपी 07, बीक्यू-0119, फोर्ड फिगो एमपी-40, सीए-6951, प्लास्टिक की केन जप्त करने के प्रशंसनीय कार्य हेतु। 


 ११-थाना छोलामंदिर क्षेत्रांतर्गत मुखबिर की सूचना पर तत्काल पुलिस टीम द्वारा 03 बदमाशों का पकड़कर उनसे 07 फायर आर्म्स व अन्य सामग्री जप्त करने के सराहनीय कार्य


 १२-थाना खजूरीसड़क के अपराध क्र. 347/19 धारा 3/7 आवश्यक वस्तु अधि. 1955 में 900 लीटर डीजल, 100 लीटर पेट्रोल एवं डीजल विक्रय की राशि 2000रु. एवं नगद 1000रु. जप्त करने के सराहनीय कार्य हेतु। 


 १३-दिनांक 4.3.19 को फंदा नाके पर बगैर नंबर की बाईक पर सवार आरोपियों से 13 मो.सा., 02 स्कूटी, एक मो.सा. का आधा हिस्सा कुल कीमत 8,00,000 रुपये मशरूका बरामद
करनेके सराहनीय कार्य हेतु । 


१४-थाना बैरसिया के अपराध क्र. 210/19 धारा 302, 201 भादवि. में अज्ञात आरोपियों की पतारसी कर 48 घण्टे के भीतर अंधेकत्ल का खुलासा करने के सराहनीय कार्य हेतु।


 १५-थाना शाहपुरा क्षेत्रांतर्गत मो.सा. सवार दो अज्ञात आरोपियों द्वारा महिलाओ से चैन व मंगलसूत्र छीनने की सनसनीखेज घटना के आरोपियों का गिरफ्तार कर माल-मशरूका
 बरामद करने के सराहनीय कार्य हेतु प्रमुख है 
       दिनेश कुमार के कनिष्ठ रहे रामहित व्यास जी  जो कि खुद लोक सेवा आयोग परीक्षा का प्रशिक्षण देते हैं । वह हाल में जिला शिक्षा विभाग में कार्यरत हैं । वे दिनेश कुमार के बारे में कहते हैं कि वह कार्य कुशल अधिकारी हैं , तो इसकी प्रमुख वजह उनकी गहन शिक्षा है। क्योंकि वह हमेशा कहते थे कि पढ़ने के लिए पढ़ना चाहिए  तभी आप शिक्षा का सही उपयोग कर पाते हैं। यदि आप नौकरी करने के लिए पढ़ते हैं  तो शिक्षा प्राप्त कर ही नहीं सकते । दिनेश कुमार के सहपाठी व प्रतियोगी परीक्षाओं के सुप्रसिद्ध शिक्षक महेंद्र शुक्ला जी उनके बारे में बताते हुए कहते हैं कि वह बहुत ही अध्ययनशील विद्यार्थी थे । पढ़ने की उनके अंदर एक अलग प्रकार की ललक दिखाई देती थी। जो उन्हें सबसे अलग बनाती थी । यही उनकी सफलता का रास्ता है ।


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