कबीरा खड़ा बाजार में और पत्रकारिता का धर्म
कबीरा खड़ा बाजार में, मांगे सबकी खैर। ना काहू से दोस्ती, ना काहू से बैर।। लेखक: सन्तोष कुमार आज के दौर में पत्रकारिता भी उसी बाजार में खड़ी है जहाँ हर पल खबरें विचार और सूचना का प्रवाह होता है। इस बाजार में पत्रकार का सबसे बड़ा धर्म है सत्य और निष्पक्षता। संत कबीर का यह दोहा पत्रकारिता …
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